1. जश्न
मैं
हर उस ख़ुशी का
जश्न मनाने से डरता हूं
जिसे
खोना नहीं चाहता...!!!
२. शर्त
तू कहे तो
मैं अपनी
हर ख़ुशी पर
तेरा नाम लिख दूँ,
शर्त यह है
कि तू
तेरे किसी गम में
मुझे
भागीदार बना ले..!!!
३. ग़ज़ल
चाहता हूं
तेरी हर अदा पर
ग़ज़ल कहूँ
मगर मेरे लफ़्ज़ों में,
तुझ जैसी खूबसूरती कहाँ..!!!
४. बादलों की जरुरत
भोर की
पहली किरण के साथ ही
आज देखली सबने
तेरे गेसुओं की घटाएं,
तो बरसने के लिए
बादलों की
कहाँ जरुरत है भला...!!!
५. क़र्ज़
तेरे लबों से
मांगी थी उधार
थोड़ी सी मुस्कुराहट
आज तक
अदा नहीं कर पाया,
ब्याज भी
तेरे क़र्ज़ का....!!!
तेरे लबों से
ReplyDeleteमांगी थी उधार
थोड़ी सी मुस्कुराहट
आज तक
अदा नहीं कर पाया,
ब्याज भी
तेरे क़र्ज़ का....!!!
बढिया..
सारी क्षणिकाएं बहुत अच्छी हैं ...एक से बढ़ कर एक ...
ReplyDelete.तू कहे तो
मैं अपनी
हर ख़ुशी पर
तेरा नाम लिख दूँ,
शर्त यह है
कि तू
तेरे किसी गम में
मुझे
भागीदार बना ले..!!!
यह बहुत पसंद आई ...
आपको एवं आपके परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत बढ़िया ! उम्दा प्रस्तुती!
bahut badiya devendra babu
ReplyDeleteapne to hemesha ki tarah kamal hi likha he
सारी क्षणिकाएं बहुत अच्छी हैं
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया.
ReplyDeleteदेवेन्द्र बाबू,
ReplyDeleteसारे के सारे टू गुड़!
मज़ा आ गया!
--
अब मैं ट्विटर पे भी!
https://twitter.com/professorashish
sharma ji
ReplyDeleteab tak aapki ahsason se door rahe is baat ka afsosh hai
javab nahi laajavab ........har lihaaj se
shabd ,bunaai abhivyakti, saralta,marm ,bhaav
speechless
awaysome creations ...kisi ek pankti mein aapke lekhan ki tariif mumkin nahii
.............
khushnasibii aapne mere bikhre hue shabdo ko saraha or khaksaar ki hausla_afzaaii kii
really very good
ReplyDeleteचाहता हूं
ReplyDeleteतेरी हर अदा पर
ग़ज़ल कहूँ
मगर मेरे लफ़्ज़ों में,
तुझ जैसी खूबसूरती कहाँ..
ऐसा नही है की आपके लफ़्ज़ों में खूबसूरती नही है .... ये आपका जबरदस्त अंदाज़ है जो इसे और भी खूबसूरत बना रहा है ....
sabhi kshnikaye mast he.
ReplyDeleteaisa lagta he jaise kisi ko shiddat se chaha he tene.
keep writting.
abhi to tujhe time bhi bahut milta he.
waah har ek shabd ki acchhi defination di hai.
ReplyDeletebahut hi khoobsurat prayas.
चाहता हूं
ReplyDeleteतेरी हर अदा पर
ग़ज़ल कहूँ
मगर मेरे लफ़्ज़ों में,
तुझ जैसी खूबसूरती कहाँ..!!!
bahut hi sunder rachna....
उम्दा प्रस्तुती
ReplyDeleteभगवान श्री गणेश आपको एवं आपके परिवार को सुख-स्मृद्धि प्रदान करें! गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें!
ReplyDeleteवाह वाह - एक से बढ़कर एक - लाजवाब - हार्दिक बधाई
ReplyDeleteSochta hu teri har Kshanika ki daad du per teri Kshanika main wo baat kahan ...................
ReplyDelete...................................
Just kidding dude, i think you are free for quite sometime
Hey buddy I think your writing has evolved tremendously. They are awesome poetry and some of them are really delightful. Good work keep it up …………
ReplyDeleteये बेहद पसंद आईं।
ReplyDelete..बधाई।
मैं
ReplyDeleteहर उस ख़ुशी का
जश्न मनाने से डरता हूं
जिसे
खोना नहीं चाहता...!!!
saransh likhte ho
tabiyat khush kar dii aapne to brother ,ab tak aapke blog se door rahe afsosh hai